Postmortem Kya hai – इसे कैसे करते हैं (2022) – पूरी जानकारी हिंदी में

Postmortem Kya hai, पोस्टमार्टम कैसे होता है सबसे बड़ा सवाल है क्योंकि हर व्यक्ति कभी ना कभी इस रास्ते से गुजरता है पोस्टमार्टम एक ऐसी चीज है जो कि डॉ मृत लोगो साथ करते हैं। आपने भी कभी ना कभी पोस्टमार्टम के बारे में सुना ही होगा तो आपके मन में यह सवाल जरूर आता हुआ कि Postmortem Kaise Hota Hai

और अगर आप भी पोस्टमार्टम के बारे में जानना चाहते हैं और जाना चाहते हैं कि पोस्टमार्टम के वक्त वह कौन कौन से प्रक्रिया होती है तो आप आज के इस आर्टिकल में यह पूरी जानकारी हासिल करेंगे आज मैं आपको इस आर्टिकल में पोस्टमार्टम कैसे होता है पोस्टमार्टम क्या है और पोस्टमार्टम की प्रोसेस क्या है इसके बारे में बताऊंगा।

दोस्तों पोस्टमार्टम का नाम सुनते ही सभी लोग डर जाते हैं क्योंकि पोस्टमार्टम मरने के बाद के शरीर जात का बहुत ही अहम हिस्सा होता है पोस्टमार्टम करना कोई जरूरी नहीं है लेकिन जब किसी परिजनों को इच्छा होती है कि हमें पोस्टमार्टम कर आना है तब उस वक्त इस प्रक्रिया का मदद लिया जाता है।

आमतौर पर पोस्टमार्टम में किसी भी प्रकार का कोई भी पैसा नहीं लिया जाता है यह बिल्कुल मुफ्त होता है और मृत्यु के 24 घंटों के अंदर ही पोस्टमार्टम किया जाता है लेकिन ऐसे कई बार देखा गया है कि कई महीने पुरानी लाशों को भी पोस्टमार्टम करना पड़ता है और कई बार तो पोस्टमार्टम के लिए अलग-अलग तरह के लाश भी लाई जाती है जो कि डॉक्टरों के लिए एक चुनौती भरा काम होता है।

Postmortem Kya Hai?

Postmortem शब्द लैटिन शब्द से लिया गया है जो कि 2 शब्दों को मिलाकर बनाया गया है पहला Post और दूसरा Mortem तो Post का मतलब होता है बाद में और Mortem का मतलब होता है मृत्यु इसका मतलब यह हुआ कि मृत्यु के बाद की जाने वाली प्रक्रिया को हम पोस्टमार्टम कहते हैं।

और इसी प्रकार से पोस्टमार्टम शब्द का निर्माण हुआ था पोस्टमार्टम अक्सर मरने के बाद लोगो के Body में जांच करने के लिए किया जाता है पोस्टमार्टम को शवपरीक्षा (Autopsy या फिर Postmortem Examination) के नाम से भी जाना जाता है।

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यह मृत्यु वाले शरीर में चिकित्सा का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है जो भी इंसान की मृत्यु हो जाती है उन सब को इस प्रक्रिया से तब जाना पड़ता है जब उसके परिजन पोस्टमार्टम के लिए कहते हैं तब पोस्टमार्टम किसी आम मशीन से नहीं बल्कि पैथोलॉजिस्ट के द्वारा किया जाता है।

किस तरह से इंसानों का पोस्टमार्टम करने वाली प्रक्रिया को हम लोग ऑटोप्सी के नाम जानते हैं ठीक उसी प्रकार से जानवरों का भी पोस्टमार्टम होता है और उस प्रक्रिया को हम लोग Necropsy के नाम से जानते हैं और पोस्टमार्टम इंसानों के मुकाबले से जानवरों का अधिक इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि जानवरों का शरीर साइंटिस्ट अपने किए गए रिसर्च में इस्तेमाल करते हैं।

Postmortem के कितने प्रकार होते हैं

आप जानते हैं कि पोस्टमार्टम के कितने प्रकार होते हैं उस मातम क्या होता है यह तो हमने बहुत ही अच्छी तरीके से समझ लिया लेकिन पोस्टमार्टम में किस-किस तरह का Level होता है उसके बारे में हम आज जाने की दोस्तों पोस्टमार्टम आमतौर से 4 प्रकार के होते हैं जो कि कुछ इस तरह है।

इस तरीके के पोस्टमार्टम में मुकाम बस इतना होता है कि व्यक्ति की अगर मृत्यु हुई है तो कैसे हुई है इस चीज को जांचने के लिए इस पोस्टमार्टम प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जाता है। इसको स्मार्टन के जरिए डीएनए जांच किया जाता है और मृत् व्यक्ति की पहचान भी कराई जाती है यह आमतौर पर पैथोलॉजी डॉक्टर के द्वारा किया जाता है।

इस पोस्टमार्टम में फिजिकल एग्जामिनेशन के साथ-साथ ब्लड टेस्टिंग भी कराई जाती है सैंपल के लिए ब्लड सैंपल्स और पेट के कुछ सैंपल लिए जाते हैं ताकि इन सैंपल को अच्छे से जांच करके यह पता लगाया जा सके कि व्यक्ति की मृत्यु कहीं जहर खाने से तो नहीं हुई है।

2. Clinical or Pathological Autopsies

इस तरीके के पोस्टमार्टम में मुख्य उद्देश्य होता है कि मरे हुए लोगों का बीमारी पता लगाना कि वह किस बीमारी से मरे हैं। इसको करने का यही उपदेश होता है कि अगर किसी इंसान की मृत्यु किसी बीमारी से हुई है तो वह कौन सी बीमारी से हुई है और यह आमतौर से साइंटिस्ट और विशेषज्ञ द्वारा रिसर्च लैब में किया जाता है।

इस तरह के पोस्टमार्टम में मृत्यु होने वाले लोग में यह Study किया जाता है कि जिस भी बीमारी से ही है फिर जहर से लोगों की जान गई है उस चीज को हम समझ कर आगे काम में ला सके।

3. Anatomical or Academic Autopsies

इस तरीके के पोस्टमार्टम में आमतौर पर Educational Purpose के लिए इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि इस पोस्टमार्टम के प्रकार में डेड बॉडीज में पोस्टमार्टम किया जाता है सिर्फ बच्चों को पढ़ाने के लिए और उन्हें हर एक चीज के बारे में समझाने के लिए और यह डेड बॉडी डोनेशन से मिलती है।

डेड बॉडीज को काफी लंबे समय तक Study करने के लिए और उसमें और भी ज्यादा रिसर्च करने के लिए उसे कभी ध्यान से रखा जाता है उन्हें काफी प्रिजर्व करके रखा जाता है।

4. Virtual or Medical Imaging Autopsies

और आखिर में आप इस नाम से ही समझ सकते हैं कि यह इस तरीके की पोस्टमार्टम में वर्चुअल पोस्टमार्टम किया जाता है जैसे कि इस पोस्टमार्टम के दौरान शरीर को किसी भी तरीके से चीरा फार्म नहीं जाता है इसमें सिर्फ Magnetic Resonance Imaging (MRI) और Computer Tomography का उपयोग किया जाता है।

Postmortem कौन करता हैं?

अब सवाल आता है कि पोस्टमार्टम कौन करता है हमने अब तक यह समझा कि पोस्टमार्टम क्या होता है और पोस्टमार्टम के कितने प्रकार होते हैं चलिए अब मैं आपको बताता हूं कि पोस्टमार्टम कौन करता है पोस्टमार्टम करने के लिए उनके स्पेशल डॉक्टर होते हैं जिन्हें पैथोलॉजिस्ट के नाम से जानते हैं।

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यह कोई भी डॉक्टर नहीं कर सकता है पोस्टमार्टम करने के लिए उनके अलग से डॉक्टर बताएं और पुरुष शव का पोस्टमार्टम हमेशा पुरुष डॉक्टर ही करता है और महिला शरीर का पोस्टमार्टम हमेशा महिला पैथोलॉजिस्ट द्वारा ही कराया जाता है।

पहले के समय में इतनी टेक्नोलॉजी नहीं होने के कारण शव का पोस्टमार्टम करने के लिए उसके शरीर का चीर फार करने के लिए पोस्टमार्टम किया जाता था लेकिन आज के समय में टेक्नोलॉजी इतनी ज्यादा एडवांस हो चुकी है कि पोस्टमार्टम करने के लिए अब पैथोलॉजिस्ट की जरूरत नहीं है उनके अलावा भी और भी कई लोग पोस्टमार्टम कर सकते हैं जैसे कि।

MRI Expert – यह एक ऐसे Expert होते हैं जिसे हम लोग Radiologist कि नाम से भी जानते हैं पोस्टमार्टम के दौरान जो भी रोज रोज इस शेर को एम आर आई मशीन के जरिए दाखिल कर सकते हैं यह मशीन पूरे बॉडी को स्कैन कर लेता है और उसकी तस्वीर ले लेता है।

इन तस्वीरों में बिना चीर फाड़ के शरीर के अंदर जितने भी अंग है उन सब की हालत की जांच की जा सकती है।

CT Scan Expert – यह एक ऐसे एक्सपोर्ट होते जिन्हें हम लोग Radiology Technologist कहते हैं स्मार्टन करने का समय यह डेड बॉडीज का पूरा सीटी स्कैन कर लेते हैं और सिटी स्कैन में X Rays का भी इस्तेमाल किया जाता है तो उसके जरिए शरीर को चिरफाड करने की जरूरत नहीं पड़ती है और उसके अंदर का सभी जांच पूरी हो जाती है।

Postmortem क्यों करते हैं?

पोस्टमार्टम क्यों करते हैं पोस्टमार्टम करने के कई सारे कारण हो सकते हैं पोस्टमार्टम तभी होता है जब या तो जिस शरीर का पोस्टमार्टम होने जा रहा है उसका कोई परिवार ना हो या फिर परिवार है तो परिवार का इजाजत देने के बाद ही उस शरीर का पोस्टमार्टम किया जाता है।

  • पोस्टमार्टम करने के कई सारे कारण होते हैं लेकिन ज्यादातर मामलों में पोस्टमार्टम मृत्यु के कारण पता करने के लिए किया जाता है।
  • पोस्टमार्टम इसलिए किया जाता है ताकि यह पता लग सके कि जिस व्यक्ति की मृत्यु हुई है क्या वह महिला थी या या फिर पुरुष।
  • पोस्टमार्टम इसलिए भी किया जाता है ताकि जिस इंसान की मृत्यु हुई है वह कितने देर पहले हुई है इसका पता लगाया जा सके।
  • पोस्टमार्टम डेड बॉडी का उम्र पता करने के लिए भी किया जाता है।
  • और पोस्टमार्टम डेड बॉडी के ऑर्गन ट्रांसप्लांट कराने के लिए भी किया जाता है।

Postmortem कैसे होता है?

आप आइए जानते हैं कि पोस्टमार्टम कैसे होता है सबसे बड़ा सवाल ही यहीं पर है क्योंकि बहुत लोगों को पोस्टमार्टम के बारे में जानकारी तो है लेकिन पूरी तरह से जानकारी नहीं है कि पोस्टमार्टम कैसे किया जाता है दोस्तों आमतौर पर सभी डेड बॉडी का पोस्टमार्टम नहीं किया जाता है।

पोस्टमार्टम डेड बॉडीज के लिए किया जाता है जिसका कारण पता लगाया जा सके जैसे कि सुसाइड, हत्या या फिर किसी भी कारण से कोई मौत की जांच करने के लिए किया जाता है। जितनी भी हॉस्पिटल में इंसान की मृत्यु होती है उन सभी डेड बॉडी का पोस्टमार्टम नहीं किया जाता है लेकिन अगर पुलिस को किसी भी व्यक्ति का लावारिस लाश मिला है।

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उस डेड बॉडीज का कोई भी परिजन नहीं है कोई परिवार नहीं है या फिर हत्या का कोई शक जुड़ा होता है तो ही उस लाश का पोस्टमार्टम किया जाता है पोस्टमार्टम के समय डेड बॉडीज के परिवार उसके आसपास रह सकते हैं। अगर किसी भी बॉडी का पोस्टमार्टम कराया जाता है तो सबसे पहले उस डेड बॉडी का संबंधित परिवारों की अनुमति ली जाती है।

इसके बाद उससे संबंधित कागज की कार्रवाई भी की जाती है और अगर हत्या का शक होता है और उसको तो पुलिस वेरिफिकेशन की भी जरूरत पड़ती है। इसके बाद किसी भी पोस्टमार्टम होने के दौरान वीडियो रिकॉर्डिंग करना बहुत ही जरूरी होता है क्योंकि भारतीय कानून के अनुसार हत्या संबंधित सभी मामलों में वीडियो रिकॉर्डिंग कोर्ट में पेश किया जाता है।

External Examination

दोस्तों पोस्टमार्टम का सबसे बड़ा मुख प्रक्रिया शुरू होता है सबसे पहले Step 1 प्रकार की फॉर्मेलिटीज कर लेने के बाद पोस्टमार्टम का सबसे पहला स्टेप एक्सटर्नल एग्जामिनेशन होता है और उसमें सबसे पहले डेड बॉडीज के शरीर के सारे कपड़े उतारे जाते हैं।

इसके बाद बॉडी की फिजिकल एग्जामिनेशन कराई जाती है जैसे ही यह एग्जामिनेशन पूरी हो जाती है तो इसमें यह देखा जाता है कि शरीर पर किसी भी प्रकार के चोट या फिर खाओ तो नहीं है इसके बाद इसमें यह भी चेक किया जाता है कि शरीर में कहीं नीले रंग का निशान तो नहीं पड़ा है।

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नीले रंग का निशानी यह भी पता लगता है कि व्यक्ति मरने से पहले किसी हथियार से चली मारा गया है फोटो का नीला रंग अगर पड़ता है तो इससे यह दिखता है कि मृतक इंसान जहर से मारा है।

Internal Examination

इसके बाद Step 2 आता है इसमें सबसे पहले फिजिकल एग्जामिनेशन के बाद पोस्टमार्टम में इंटरनल एग्जामिनेशन होता है जैसे कि इस प्रक्रिया में पैथोलॉजिस्ट ही चेक करते हैं कि इस शरीर के अंदरूनी किसी हिस्से में तो नहीं कुछ हुआ है।

ज्यादातर मामलों में पूरे शरीर का ही पोस्टमार्टम नहीं होता है बल्कि शरीर के कुछ ऐसे खास अंगों में ही पोस्टमार्टम कराया जाता है उदाहरण के लिए हम समझते हैं कि अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु सर पर गोली लगने से हुई है तो गोली निकालने के लिए सिर्फ सिर का ही पोस्टमार्टम किया जाएगा ना कि पूरे शरीर का इसका फिर कोई मतलब नहीं होता है।

अगर पूरे शरीर का पोस्टमार्टम करना पड़ता है तो सबसे पहले छाती पर Y Shape का Cut लाना पड़ता है इसके बाद दोनों का कंधों से लेकर पेट के नीचे तक Deep कट लगाया जाता है ऐसा करने से अंदरूनी और साफ-साफ दिखना शुरू हो जाते हैं।

Viewing the Internal Organ

इसके बाद इस प्रक्रिया में इंटरनल ऑर्गन का Structure और Position देखा जाता है। Y Shape कट लगाने के बाद इनमें से निम्नलिखित अंगो की जांच की जाती है जैसे कि –

  • Lungs
  • Heart
  • Liver
  • Stomach
  • Large intestine
  • Small intestine

Removal of the Organs

यह सारा प्रक्रिया होने के बाद ऐसे कई बार शरीर के पूरे अंगो की जांच करनी पड़ सकती है जैसे कि अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु इंटेस्टाइन कैंसर से हुआ है तो जांच करने के लिए पूरा पेट और अंतरिया को बाहर निकालना पड़ता है।

अंदरूनी अंगों को बाहर करने के लिए Rokitansky Method का इस्तेमाल होता है पहले के समय में इतनी टेक्नोलॉजी नहीं थी इसलिए डॉक्टर खुद खुद से सारे ऑर्गन को बाहर निकालते थे लेकिन आज के समय में यह इस मेथड के जरिए पूरा होता है इसमें शरीर के सारे अंगों को एक साथ ही बाहर निकाला जाता है।

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पेट के सभी अंग आपस में एक साथ जुड़े होते हैं कोई सा भी अंग अगर पकड़कर खींचो गे तो वह सारे अंग एक साथ ही बाहर निकल जाते हैं सभी अंगों को बाहर निकालने के बाद एक-एक करके उनको काट काट कर अलग किया जाता है।

Removing Brain

दिमाग निकालने के लिए एक कान से दूसरे कान तक एक कट लगाया जाता है तभी दिमाग का एक एक हिस्सा बाहर निकलता है इसके बाद श्री की एक मोटी त्वचा होती है उसको हटाकर आरी से खोपड़ी को काटा जाता है क्योंकि हमारा दिमाग बहुत ही ज्यादा शक और मजबूत होता है।

इसलिए उसे आरी से कांटा पड़ता है और फिर आराम से दिमाग को बाहर निकाला जाता है।

Examining the Organ

इसके बाद अब अंदरूनी अंग होती हैं उन सब की जांच करने की बारी आती है सबसे पहले डॉक्टर पेट और आंतों को छोड़कर सभी अंगो का वजन करते हैं इसके बाद पेट और आंतों को दबाकर इनमें से मौजूद अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकाला जाता है अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु भोजन में मिले जहर खाने से अगर होती है तो भोजन के सैंपल को अच्छे से जांच किया जाता है और कभी कभी उस सैंपल को रख लिया जाता है।

Returning Organs to The Body

माइक्रोस्कोपीक जांच करने के लिए मरे हुए शरीर के टिशूज का सैंपल लिया जाता है इसके बाद अंदरूनी अंगों को अच्छे से जांच करने के बाद अंगों को वापस फिर से बॉडी में डाल दिया जाता है।

दोस्तों कई बार तो विभिन्न कारणों की वजह से अंगों को बॉडी में वापस नहीं रखा जाता है अंगों की बजाए Absorbent जो कि एक फिल्टर मटेरियल होती है उसे भार दिया जाता है और ऐसे आमतौर पर जानवरों के शरीर के साथ किया जाता है।

Sewing Up The Body

और जीजी रहा पोस्टमार्टम का सबसे आखरी हिस्सा जिसे हम Body Sewing कहते हैं इस प्रक्रिया में अंक निकालने के लिए छाती और दिमाग पर लगाए गए चिरो को वापस से सील दिया जाता है और बॉडी को Zig Zag पैटर्न से सिला जाता है ताकि बॉडी के सारे हिस्से बराबर तरीके से अंदर चले जाए और बॉडी अच्छे से सील जाए।

Postmortem को किस समय करते हैं

पुश बटन को किस समय करते हैं क्या इसके बारे में कुछ जानकारी है बहुत सारे लोगों को यह नहीं पता होगा कि पोस्टमार्टम अक्सर दिल में होती है रात में कभी भी पोस्टमार्टम नहीं होता है दोस्तों आज से कुछ साल पहले तक पोस्टमार्टम हमेशा सूरज की रोशनी में ही किया जाता था।

लेकिन पहले की पोस्टमार्टम कभी भी रात को नहीं होता था ऐसा करने के कई सारे वजह हैं इनमें से एक बजा ऐसा भी था कि ब्रिटिश समय बना हुआ एक कानून था जिसका में पोस्टमार्टम कभी भी रात को नहीं करने की अनुमति थी।

यह इसलिए होता था क्योंकि रात को शरीर का अच्छा से फिजिकल एग्जामिनेशन नहीं हो पाता था क्योंकि उसमें रोशनी बहुत कम होती है जिसकी वजह से शरीर पर लगे चोटू का निशान भी कभी कभी नहीं नजर आता था इसलिए रात को पोस्टमार्टम नहीं किया जाता है।

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और इसकी सबसे बड़ी समस्या दोस्तों यह भी है कि उस मार्टम जब होती है तब उस दौरान गांव के रंग को भी रिकॉर्ड करना बहुत जरूरी होता है जो कि रात के समय बल्कि राशि से खाओ कारण अलग-अलग नजर आ सकता है बल्ब की रोशनी में जाकर खाओ नीला दिखाई देता है और शरीर पर नीले रंग का अर्थ ही होता है कि उस जगह पर दबाव बनाया गया है।

लेकिन अब इस कानून में यह कानून बिल्कुल भी बंद करने के लिए कहा जा रहा है क्योंकि रात में पोस्टमार्टम नहीं हो सकता है बहुत सारे डॉक्टर और पैथोलॉजिस्ट का सिर्फ यही कहना है कि पोस्टमार्टम अगर दिन में हो सकता है तो रात में भी हो सकता है और उन सभी ने आवेदन पत्र भी भेजा है ताकि सरकार उनकी अर्जी को स्वीकार करें।

FAQ on Postmortem Kaise Hota Hai

Q1. लाश का पोस्टमार्टम कैसे करते हैं?

लाश का पोस्टमार्टम करने के कई सारे Steps होते हैं और उन्हीं सारे स्टेप्स को ध्यान में रखते हुए पोस्टमार्टम को किया जाता है।

Q2. पोस्टमार्टम हाउस में क्या होता है?

पोस्टमार्टम हाउस में लाशों की पोस्टमार्टम की जाती है और यह पता लगाया जाता है कि उस व्यक्ति की मृत्यु किस कारण से हुई है।

Q3. रात में पोस्टमार्टम क्यों नहीं होता है?

रात में पोस्टमार्टम इसलिए नहीं होता है क्योंकि रात में रोशनी कम होती है और बल के रोशनी से शरीर पर लगा हुआ घाव का निशान कर रंग नीले रंग का दिखता है जिसकी वजह से बहुत सारी परेशानियां आती है इस वजह से रात को पोस्टमार्टम नहीं होता है।

Q4. पोस्टमार्टम क्यों किया जाता है?

पोस्टमार्टम इसलिए होता है ताकि डॉक्टर और पैथोलॉजिस्ट यह पता लगा सके कि इस इंसान की मृत्यु कैसे हुई है और किस कारण से यह इंसान मरा है।

Conclusion

Postmortem Kaise Hota Hai इसका जवाब आप अभी भी ढूंढ रहे हैं तो मैंने आज के इस आर्टिकल में इस बारे में पूरा विस्तार रूप से जवाब आपको दे दिया है आप जरूर एक बार इस आर्टिकल को पूरा करें ताकि आपको समझ में आए कि पोस्टमार्टम कैसे होता है पोस्टमार्टम एक ऐसा प्रक्रिया है जो कि सभी लाखों में नहीं की जाती है।

पोस्टमार्टम के बारे में जानकारी प्राप्त करें ताकि और आने वाले समय में हमें उसके बारे में जानकारी हो। पोस्टमार्टम करने में काफी ज्यादा समय लगता है क्योंकि इसमें बहुत सारा प्रोसेस होता है जिसके लिए आधा दिन भी लग जाता है और पोस्टमार्टम हमेशा सुबह सूरज की रोशनी में होता है।

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